त्याग और त्पसया का दूसरा नाम है किसान है। वह जीवन भर मिट्टी से सोना उत्पन्न करने की तपस्या करता रहता है। भारत एक कृषि मुख्य देश है। किसान मौसम की परवाह किए बिना सभीके लिएअनाज उगाते है जो मनुष्य की सबसे बडी जरूरत है । इसलिए किसान को अन्नदाता भी कहा जाता है। किसान का जीवन बहुत ही मेहनत भरा होता है। वह सुबह से लेकर रात तक खेत के काम में ही लगा रहता है। कभी बीज बोना, कभी सिंचाई, कभी खाद डालना तो कभी कटाई। लेकिन आज भी बहुत से किसान गरीब है और अपने बच्चों को पढ़ाने में अयोग्य है। कोई भी अन्न के बिना जीवित नहीं रह सकता है। इसलिए हम सभी को किसानों का सम्मान करना चाहिए। किसान कठिन , सादगी और सत्यता का उदाहरण है।